*गुस्सा अकेला आता हैं,*
*मगर हमसे सारी अच्छाई ले जाता हैं।*
*सब्र भी अकेला आता हैं,*
*मगर हमें सारी अच्छाई दे जाता हैं I*
*परिस्थितियाँ जब विपरीत होती है,*
*तब व्यक्ति का "प्रभाव और पैसा" नहीं*
*"स्वभाव और सम्बंध" काम आते है।*
*जो ईश्वर के सामने झुकता है....*
*ईश्वर उसे किसी के सामने झुकने नही देता!.....*
     *जय सांवलिया सेठ*              
  *��सुप्रभात ��*