नीमच। प्रसूता विद्याबाई धनगर जच्चा बच्चा मृत्यु के मामले को लेकर धनगर समाज के लोग बुधवार 1 सितम्बर सायं 4 बजे जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और रामपुरा चिकित्सालय में विगत 28 अगस्त को जच्चा बच्चा मृत्यु के विरोध में आक्रोशित होकर नारेबाजी की गई। समाज के पदाधिकारियों ने एक ज्ञापन जिला कलेक्टर के नाम उनके प्रतिनिधि नायब तहसीलदार प्रशस्ति सिंह को सौंपा और नर्स एवं चिकित्सक के खिलाफ उच्च स्तरीय विभागीय कानूनी जांच कर दोषी पाये जाने पर नौकरी से बर्खास्त करने की मांग भी की गई। अमरपुरा तहसील रामपुरा निवासी सत्यनारायण पिता काशीराम धनगर ने हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन में बताया कि 28 अगस्त की रात्रि 10 बजे जब उनकी पत्नी विद्याबाई को प्रसूति (डिलेवरी) के लिए रामपुरा शासकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया तब रात्रि 10 बजे ड्युटी पर तैनात नर्स राजश्री आर्य ने बताया कि 29 अगस्त को प्रातः 7.45 बजे मरा हुआ बच्चा जन्मा है तब ड्युटी पर तैनात नर्स ने कहा कि बच्चे को ले जाओ इसका क्रियाकर्म कर देना और विद्याबाई तो पूर्ण रूप से सुरक्षित है। सुबह 8 बजे ड्युटी समाप्त होने पर दूसरी नर्स आ गई। उन्होंने भी विद्याबाई का इलाज नही किया। चिकित्सालय में ड्युटी पर तैनात दोनों नर्सों ने लापरवाही की गई। चिकित्सालय में किसी चिकित्सक ने पत्नी विद्याबाई को इलाज के लिए जांच नहीं की। ना ही चिकित्साकर्मियों ने समय रहते मरीज को अन्यत्र इलाज के लिए टैंकर भी नहीं दिया। धनगर समाज ने विद्यादेवी एवं उनके बच्चे की मृत्यु की लापरवाही पर सरकार से 25 लाख रूपये के मुआवजे की मांग की है और भविष्य में जिले के किसी अस्पताल में इस प्रकार इलाज के अभाव में कोई भी प्रसूता स्त्री की जाना चाहिए। जिला प्रशासन से इस के लिए समुचित उपाय करने की मांग की गई। ज्ञापन देते समय धनगर समाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेश धनगर, म.प्र.अध्यक्ष रमेश चौधरी, जिलाध्यक्ष बाबूलाल धनगर, रमेश धनगर डसानी, दशरथ धनगर, रामचन्द्र धनगर, भेरूलाल तलाउ, सरपंच प्रतिनिधि दिनेश धनगर सहित अनेक समाजजन उपस्थित थे। -- इनका कहना - ‘धनगर समाजजनों ने विद्याबाई की मृत्यु के मामले में ज्ञापन दिया है। मामले में उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जायेगा। - प्रशस्ति सिंह, नायब तहसीलदार मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को बर्खास्त किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही की पुनरावृत्ति न हो। मृतकों के परिजनों को 25 लाख का मुआवजा सरकार से मिलना चाहिए।- सुरेश धनगर, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, धनगर समाज घटना धनगर समाज से ही नहीं सम्पूर्ण मानव जाति से जुडी है। नर्स एवं चिकित्सकों की लापरवाही निन्दा योग्य है। उन पर गैर इरादतन हत्या का प्रकरण दर्ज होना चाहिए। यदि इस मामले में प्रशासन ने गंभीरता नहीं दिखाई तो धनगर समाज पूरे मप्र में जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन आन्दोलन करने को मजबूर होगा।- रमेश चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष, धनगर समाज नर्सों के स्थानांतरण से समाज का रोष कम नहीं होगा और बढेगा। ठोस कार्यवाही नहीं हुई तो समाज चुप नहीं रहेगा। मृतक के परिवार को न्याय मिलना चाहिए।- बाबूलाल धनगर, जिलाध्यक्ष, धनगर समाज।।
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