आदर्श ग्राम कलालिया में रहकर IAS की तैयारी करने वाले 22 वर्षीय युवा निलेश चौधरी का UGC NET JRF की परीक्षा में चयन हुआ है।
वैसे तो निलेश IAS की तैयारी कर रहे थे लेकिन इस परीक्षा में मात्र 3 महीने की तैयारी में उनका चयन हुआ है। इस परीक्षा में उनका यह पहला ही प्रयास था।
उल्लेखनीय है कि JRF क्लियर करने पर 40 से 50 हजार प्रतिमाह 5 साल तक तब तक मिलेगा जब तक PHD अवार्ड नहीं हो जाती।
निलेश ने बताया कि उनका सपना IAS बनना है और उन्हें विश्वास है कि आने वाले समय में वह भी IAS  बनकर देश सेवा करेंगे और समाज तथा गांव का नाम रोशन करेंगे।
निलेश एक छोटे से परिवार से हैं और अपनी मां पदमा चौधरी और पिता गोपाल चौधरी का नाम रोशन करना चाहते हैं।

निलेश ने इस परीक्षा में सफलता का श्रेय उनके माता-पिता तथा उनके बड़े भ्राता श्यामलाल चौधरी (असिस्टेंट प्रोफेसर) को दिया है।
साथ ही उन्होंने इस सफलता का राज उन्हें IAS की तैयारी कराने वाले रिटायर्ड सिविल सर्वेंट- डॉ विजय अग्रवाल (भोपाल) को बताया है।

आने वाले देश के भविष्य के लिए निलेश ने सफलता की चाबियां  बताई है- 
1. मेहनत- मेहनत का कोई विकल्प नहीं है, मेहनत तो आपको करनी ही होगी।
2. लक्ष्य से लगाव
3. माता-पिता से प्रेम ( जिससे आप मोटिवेट होंगे)
4. खुद के जीवन से प्रेम
5. व्यवहारिक ज्ञान (जिसे वह इमोशनल इंटेलिजेंस का नाम दे रहे हैं )

उन्होंने समाज में जो नैतिकता का पतन हो रहा है उस पर चिंता जताते हुए कहा है कि अगर आप नैतिक नहीं है तो आप आपके जीवन में पैसा तो खूब कमा लेंगे लेकिन जीवन का असली आनंद आपको नहीं मिल पाएगा, उनका कहना है कि नैतिकता व्यक्ति की पर्सनालिटी में चार चांद लगा सकती हैं।नैतिकता से आत्मविश्वास आता है और आत्मविश्वास से सफलता अर्जित की जा सकती है।
निलेश ने इस और भी इशारा किया है कि जो लोग मेहनत कर रहे हैं उन्हें टॉर्चर करने की बजाय उनका हौसला बढ़ाने में मदद करें।