मन्दसौर  आए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चोहान केवल घोषणाओं का पिटारा खोल गए, धरातल पर कुछ भी नही है। पिछले चुनाव में की गई घोषणाओं पर अमल नही हुआ और फिर घोषणा कर गए।  नीमच किसान कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुरेश धनगर ने बताया कि किसानों को उपज का लागत मूल्य भी नही मिल रहा है, कई किसानों को लहसुन फसल फेंकना पड़ी। वहीं अन्य फसलों के दाम भी इतने कम है कि किसान लागत मूल्य भी नही निकाल पा रहा है
, कई किसानों को लहसुन की फसल फेंकना पड़ी। वहीं अन्य फसलों के दाम भी इतने कम है कि किसान लागत मूल्य भी नही निकाल पा रहा है। ओर मुख्यमंत्रीजी को मंदसौर को पकोड़े ओर हल्वा याद आ रहा है। किसानों का दर्द नहीं।  सोसाइटी में खाद नहीं मिल रहा है । ओर एक हेक्टेयर पर पांच बोरी यूरिया देने की घोषणा कर दी है और किसानों को दो बोरी यूरिया खाद मिल रहा है । बिजली कटौती से क्षेत्र के किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ।
किसान विरोधी सरकार से किसानों में आक्रोश है ।  ओलावृष्टि ओर अतिवृष्टि से तबाह फसलों का ना बिमा मिला और ना ही राहत राशि।
प्रदेश में जब कांग्रेस कि कमलनाथ सरकार थी और बाड आई थी पुर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ जी नीमच मंदसौर आये थे । कमलनाथ जी ने कहा कि फाइलों का पेट बाद में भरना पहले किसानों को बिना सर्वे मुहावजा मिलना चाहिए। श्री धनगर ने बताया कि क्षेत्र के किसानों में आक्रोश है ।  ओलावृष्टि ओर अतिवृष्टि से तबाह फसलों का ना बिमा मिला और ना ही राहत राशि।